ग्लेशियर के मलबे में दबे 55 में से 49 श्रमिकों का रेस्क्यू हो चुका है, 6 लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है
चमोली: उत्तराखंड के माणा में आए एवलॉन्च के दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. एक दुखद समाचार मिला कि ग्लेशियर के मलबे से रेस्क्यू किए गए 4 मजदूर की मौत हो चुकी है. अब तक 50 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है. 5 लोगों के लिए रेस्क्यू जारी है.
पीआरओ रक्षा देहरादून लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने अपडेट दिया है कि सेना की आइबेक्स ब्रिगेड की बचाव टीम के नेतृत्व में हिमस्खलन बचाव अभियान अभी चल रहा है. सेना के एक्सपर्ट युद्ध स्तर पर सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाए हुए हैं. रेस्क्यू में कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही है. स्थितियां दुरूह हैं, लेकिन रेस्क्यू टीम का हौसला बुलंद है.
#WATCH | Mana (Uttarakhand) avalanche incident | DM Chamoli, Sandeep Tiwari says, “The rescue operation is going on. 49 workers have been rescued. 27 have been brought to Joshimath Army Hospital; all are stable… In case there is no snow today, we will be able to clear the road… pic.twitter.com/JhROLGuq9P
— ANI (@ANI) March 1, 2025
रेस्क्यू में लगे हैं 6 हेलीकॉप्टर: सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल 06 हेलीकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है. हेलीकॉप्टरों में भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना द्वारा किराए पर लिया गया एक नागरिक हेलीकॉप्टर शामिल है.
27 लोगों को ज्योतिर्मठ पहुंचाया गया: अभी तक, रेस्क्यू किए गए 50 में से 27 व्यक्तियों को जोशीमठ पहुंचाया गया. दुर्भाग्य से इन घायलों में से 4 घायलों की मृत्यु की पुष्टि हुई है. बाकी 5 श्रमिकों को निकालने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है.
5 लोगों के लिए सर्च और रेस्क्यू जारी: शेष 5 व्यक्तियों को बचाने के लिए सेना द्वारा खोज अभियान जारी है. गौरतलब है कि चमोली के माणा में शुक्रवार को आए एवलॉन्च के मलबे में BRO के लिए काम कर रहे 55 श्रमिक दब गए थे. 33 श्रमिकों का रेस्क्यू शुक्रवार को ही कर लिया गया था. 17 श्रमिकों का रेस्क्यू आज शनिवार को किया गया. इनमें से 4 श्रमिकों ने दम तोड़ दिया है.