पत्नी ने की हत्या, MBBS स्टूडेंट पति ने लाश का काटकर लगाया ठिकाने, बुजुर्ग से अवैध संबंध और ब्लैकमेल बनी वजह
देहरादून: राजधानी देहरादून के पटेल नगर कोतवाली क्षेत्र में बीते दिनों की गई रिटायर्ड प्रिंसिपल श्यामलाल की हत्या के मामले में फरार दंपति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस हत्याकांड की मुख्य आरोपी महिला और उसके एबीबीएस स्टूडेंट पति पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. दोनों को पुलिस ने पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार किया है.
जानिए किस लिए की हत्या: बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी महिला गीता और बुजुर्ज श्यामलाल के बीच पिछले 12 सालों से अवैध संबंध थे. आरोप है कि गीता ने श्यामलाल की अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर उससे पैसा एंठने की योजना बनाई थी. इसके लिए गीता और उसके एबीबीएस स्टूडेंट पति ने अलग से किराए का कमरा भी लिया था. हालांकि जब श्यामलाल को इसकी भनक लगी तो उसने इसका विरोध किया और उसी वजह से गीता और उसके पति ने श्यामलाल की हत्या कर दी.
देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में अपहृत बुजुर्ग की निर्मम हत्या मामले में @DehradunPolice ने ₹25-25 हजार के इनामी दंपत्ति अभियुक्तों को अमृतसर, पंजाब से गिरफ्तार किया।
🔸 बुजुर्ग की अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने की थी योजना। योजना विफल हुई तो बुजुर्ग की हत्या कर दी। pic.twitter.com/kmyhaxj2zQ
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 28, 2025
शव के टुकड़े कर प्लास्टिक के बैग में पैक किए: गीता और उसके एबीबीएस स्टूडेंट पति ने हत्या के बाद श्यामलाल की लाश के काट कर टुकड़े किए और उन्हें प्लास्टिक के बैग में भरकर नहर में ठिकाने लगवा दिया था. इस वारदात को अंजाम देने के बाद से ही दोनों फरार चल रहे थे. इस साजिश में शामिल दो अन्य आरोपियों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें एक गीता का भाई है और दूसरा उसका साथी. इन दोनों ने ही श्यामलाल के शव को ठिकाने लगाया था.
गीता ने बताया सच: गीता ने पुलिस को बताया कि उसके और श्याम लाल के बीते 12 सालों से अवैध संबंध थे. इसी वजह से वह बीते तीन सालों से वो अपनी बेटी के साथ पहले पति से अगल रह रही थी. मई 2024 में उसने हिमांशु से मंदिर में शादी की थी. हिमांशु चौधरी मूल रूप से रुड़की का रहना वाला है, जो देहरादून में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. बार-बार ड्रापआउट होने के कारण उसकी पढ़ाई पर काफी खर्चा हो गया था. पैसों की तंगी को दूर करने के लिए दंपति ने श्यामलाल से पैसे ठगने के प्लान बनाया था.
अश्लील वीडियो बनाने के लिए कमरा किराए पर लिया: प्लान के अनुसार श्यामलाल की गीता के साथ अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना था, ताकि श्यामलाल से मोटे रुपए लिए जा सके. इसके लिए दोनों ने किशननगर एक्सटेंशन के अपने किराए के कमरे से अगल दूसरा रूम रेंट पर लिया.
गीता ने किया श्यामलाल को फोन: दो फरवरी को गीता ने श्याम लाल को फोन किया और किराए के दूसरे कमरे पर बुलाया, जहां हिमांशु चौधरी पहले से ही मौजूद था. हिमांशु चौधरी का प्लान छिपकर दोनों के अश्लील वीडियो बनाने का था. हालांकि श्यामलाल जैसे ही कमरे में घुसा तभी उसे गीता और हिमांशु की साजिश की भनक लग गई और वो जोर-जोर से चिल्लाने लगा.
गीता ने फोन पर दी भाई को हत्या की जानकारी: पुलिस ने अनुसार दोनों ने श्यामलाल को बांधकर काबू करने का प्रयास किया, लेकिन श्यामलाल चिल्लाए जा रहा था. इसीलिए दोनों ने उसका मुंह बंद कर दिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद दोनों ने उस दिन शव को कमरे में ही छोड़ दिया था और अगले दिन गीता ने अजय के पूरी वारदात की जानकारी दी.
शव के चार टुकड़े किए: पुलिस के अनुसार चार फरवरी को अजय अपने बहनोई धनराज चावला के साथ देहरादून पहुंचा. हिमांशु एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था, तो उसे जानकारी थी कि शव को एक दो दिन रखने के बाद शरीर में खून जम जाता है और उसे काटने पर शरीर से खून नहीं निकलता है.
इसीलिए हिमांशु चौधरी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर श्यामलाल के शव के अलग-अलग चार टुकड़े कर उन्हें रस्सी से बांधकर प्लास्टिक के अलग-अलग कट्टों में डाल दिया. इसके बाद धनराज चावला शव के टुकड़ों को घरेलू सामान के साथ रखकर देहरादून से देवबंद ले गया और वहां साखन की नहर फेंक दिया. हिमांशु भी धनराज चावला के साथ देवबंद गया था.
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने श्यामलाल की बाइक को देहरादून आईएसबीटी के पास सड़क किनारे खाली प्लाट में खड़ी कर दी थी. साथ ही बाइक की नंबर प्लेट को भी हटा दी थी. इस हत्याकांड के बाद हिमांशु चौधरी और गीता पुलिस से बचने के लिए पहले मुंबई फिर जयपुर, प्रयागराज, कुरुक्षेत्र और अमृतसर में अलग-अलग स्थानों में छिपकर रह रहे.
एक नजर में पूरा मामला: पुलिस ने बताया कि बीती सात फरवरी को निधि राठौर नाम की युवती ने पुलिस को तहरीर दी थी. तहरीर में निधि राठौर ने बताया कि उनके पिता श्याम लाल बाइक पर घर से निकले थे, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटे. पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला कि घर से चलने से पहले श्याम लाल ने गीता नाम की महिला को फोन किया था. इसके बाद पुलिस ने गीता की जानकारी निकाली और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली.
ऐसे पहुंची कातिलों तक पुलिस: पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की तो पता चला कि श्याम लाल बाइक से किशन नगर चौक होते हुए गीता के घर गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे. श्याम लाल के गीता के घर से वापस आने की कोई फुटेज पुलिस को नहीं मिली. पुलिस ने गीता और उसके पति की जानकारी निकाली तो पता चला कि वो श्यामलाल के गायब होने से बाद से ही फरार है. दोनों के नंबर भी बंद आ रहे थे. साथ ही पुलिस को पता चला कि गीता का पति हिमांशु चौधरी एमबीबीएस स्टूडेंट है.
अजय ने पुलिस को बतायी थी हत्या की बात: पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो दो और नंबर सामने आए, जिन पर गीता ने बात की थी. उन नंबरों के आधार पर ही पुलिस ने सहारनपुर के देवबंद से अजय कुमार और धनराज को गिरफ्तार किया. अजय, गीता का भाई है और धनराज जीजा. अजय ने ही पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी बहन गीता और जीजा हिमांशु, जो देहरादून में एमबीबीएस स्टूडेंट है, उसी ने मिलकर श्यामलाल की हत्या की थी और उन दोनों को शव ठिकाने लगाने के लिए बुलाया था. दोनों ने श्यामलाल के शव को देवबंद के पास साखन की नहर में फेंक दिया था. पुलिस को श्याम लाल का शव बीती 20 फरवरी को सहारनपुर के बडगांव थाना क्षेत्र से मिला था.
पुलिस की कई टीमें गीता और हिमांशु की तलाश में राजस्थान, जयपुर, कोटा और दिल्ली जैसे जगहों पर दबिश दे रही थे, लेकिन वो पुलिस के हाथ नहीं आ रहे थे, लेकिन दोनों ज्यादा दिनों तक पुलिस से बच नहीं पाए और हत्यारोपी दंपति को पुलिस ने अमृतसर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया.