एक दोस्त ने अपने दोस्त को उतारा मौत के घाट, मृतक के महिला परिजन से अभियुक्त के अवैध संबंधों को लेकर हुआ था विवाद
खटीमा: क्षेत्र के ग्राम बिरिया मझोला (मझोला-2) में सोमवार रात दिनेश चंद की हत्या उसके बचपन के ही दोस्त ने की थी। दिनेश ने उससे अपनी महिला परिजन से दूर रहने को कहा था। जिससे बौखलाए दोस्त ने पहले दिनेश के सिर पर ईट से वार किया। दिनेश के बेहोश होने पर घर से 12 बोर का तमंचा लाकर उसके जिससे दिनेश की मौत हो गई।
बुधवार को खटीमा कोतवाली में हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने पत्रकारों को बताया कि मंगलवार सुबह बिरिया मझोला (मझोला-2) गांव में एक युवक की हत्या की सूचना मिली थी। हत्याकांड के खुलासे के लिए एसओजी, सर्विलांस व फोरेंसिक टीम की मदद ली गई थी।
मृतक दिनेश चंद के चचेरे भाई विरिया मझोला निवासी जयचंद पुत्र स्वर्गीय प्रेमचंद की तहरीर पर धारा 103 (1) बीएनएस बनाम अज्ञात के खिलाफ थाना में अभियोग पंजीकृत किया गया। एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल पर मिली टोपी के आधार पर हत्यारोपी बिरिया मझोला निवासी विरेंद्र सिंह परिहार की शिनाख्त हुई। बरामद टोपी हत्यारोपी विरेंद्र की थी।
उन्होंने बताया कि दिनेश और विरेंद्र बचपन के दोस्त थे। दिनेश कुछ दिन पहले हिसार से लौटकर गांव आया था। सोमवार की रात दोनों ने बिरिया मझोला में एक साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद दिनेश ने विरेंद्र पर उसकी एक महिला परिजन से अवैध संबंध होने का संदेह जताते हुए दूर रहने को कहा। जिस पर दोनों में हाथापाई हो गई। विरेंद्र ने दिनेश के गले में नाखुन गड़ाने के बाद सिर पर ईट से वार कर दिया। जिससे दिनेश बेहोश हो गया।
इसके बाद विरेंद्र अपने घर गया और वहां से वन्यजीवों को भगाने के लिए इस्तेमाल होने वाले 12 बोर का पोनिया की तरह दिखने वाला तमंचा लेकर आया। उसने बेहोश दिनेश के सीने में सटाकर गोली मार दी। इसके बाद उसने शव को छिपाने का प्रयास किया, लेकिन नशे की हालत में होने के कारण ऐसा नहीं कर सका। हत्या में इस्तेमाल तमंचे व ईट को बरामद कर लिया है। एसएसपी ने बताया कि हत्यारोपी विरेंद्र को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया गया है।इस दौरान पुलिस टीम में सीओ खटीमा विमल रावत, प्रभारी निरीक्षक खटीमा प्रकाश सिंह दानू, थानाध्यक्ष झनकईया अनिल जोशी, थानाध्यक्ष नानकमत्ता देवेंद्र गौरव, एसआई अशोक कांडपाल, एसआई प्रियांशु जोशी, एसआई पंकज महर, एसआई किशोर पंत, एसआई विजेंद्र माल्यान, कांस्टेबल भूपाल चंद, कैलाश चंद, कमल पाल, नवीन खोलिया, खीम गिरी, प्रेम प्रकाश, शाहनवाज, राजेंद्र गिरी, ताजुद्दीन, नरेंद्र बोहरा, एसओजी सर्विलांस टीम मोहन बोरा, फॉरेंसिक टीम तथा डॉग स्क्वायड टीम आदि मौजूद रहे।