जिपं व बेतालघाट फायरिंग पर कांग्रेस का हंगामा,कई संशोधित विधेयक पेश
देखें अनुपूरक बजट. पूर्व विधायक को किया याद
गैरसैंण: ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में मंगलवार से शुरू हुए मॉनसून सत्र के पहले ही दिन विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। सत्र के पहले दिन अनुपूरक बजट व कई संशोधन विधेयक पेश किए गए। पूर्व विधायक मुन्नी देवी के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी।
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते हो कांग्रेस विधायक सदन की कार्यवाही के दौरान इतने आक्रोशित हो गए कि उन्होंने माइक फेंक दिया और टेबल पलटाने तक की कोशिश की। इस दौरान सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
सत्र की शुरुआत होते ही कांग्रेस विधायक नैनीताल पंचायत चुनाव में धांधली और उत्तरकाशी आपदा पर सरकार से जवाब मांगने लगे। नेता विपक्ष आर्य व अन्य विधायकों ने सदन में जोरदार नारेबाजी की और नेता प्रतिपक्ष का सम्मान करने की मांग भी उठाई।
विरोध प्रदर्शन के बीच कांग्रेस विधायक सचिव की टेबल तक पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने माइक फेंका और टेबल पलटाने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों को हस्तक्षेप करना पड़ा। स्थिति बिगडऩे पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने विपक्षी विधायकों से अपील की कि वह सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि यह संपत्ति जनता के टैक्स से खरीदी गई है, इसे नुकसान पहुंचाना जनता के पैसे की बर्बादी है।
वहीं संसदीय कार्य मंत्री सुबोध उनियाल ने विपक्षी विधायकों के आचरण को अराजक बताया और उनके निलंबन की मांग की। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाने और व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए सदन को बाधित कर रही है।
महत्वपूर्ण तथ्य
- विपक्ष नैनीताल पंचायत चुनाव और उत्तरकाशी आपदा पर सरकार से जवाब मांग रहा है।
- कांग्रेस विधायकों का कहना है कि सदन में नेता प्रतिपक्ष का सम्मान नहीं हो रहा।
- हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
- नियम 300 की सूचनाओं पर चर्चा हंगामे के बीच ही शुरू हुई।

आंकड़े और खास बातें
विवादित मुद्दे : नैनीताल पंचायत चुनाव धांधली, उत्तरकाशी आपदा
हंगामे में शामिल प्रमुख विधायक : सुमित हृदयेश, भुवन कापड़ी सहित कांग्रेस के कई विधायक
बीजेपी का आरोप : विपक्ष जनहित छोड़कर व्यक्तिगत स्वार्थ में लगा
विधानसभा अध्यक्ष की चेतावनी : जनता के टैक्स से खरीदी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं
संभावना : पूरे सत्र में विपक्ष-सरकार टकराव के आसार
अनुपूरक बजट 2025-26 के मुख्य बिन्दु
अनुपूरक बजट 2025-26 का आकार लगभग रू0 5315.39 करोड़ है जिसमें लगभग रू0 2152.37 करोड़ राजस्व पक्ष में तथा लगभग रू0 3163.02 करोड़ पूंजीगत पक्ष में है।
केन्द्र पोषित योजनाओं के अन्तर्गत रू0 1689.13 करोड़ तथा बाह्य सहायतित योजनाओं के अन्तर्गत रू0 215.00 करोड़का प्रावधान इस अनुपूरक बजट के माध्यम से किया गया है।
महत्वपूर्ण प्रावधानः-
आपदा प्रबन्धन विभाग के अन्तर्गत जोशीमठ व अन्य स्थानों में भू-धसांव व अन्य के अन्तर्गत राहत कार्य हेतु रू0 263.94 करोड़ तथा जिलाधिकारियों हेतु आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्मपत्तियों के पुननिर्माण हेतु रू0 13.00 करोड़
आगामी कुम्भ मेला 2027 के दृष्टिगत वृहत् निर्माण कार्य हेतु रू0 200.00 करोड़
पन्तनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु रू0 188.55 करोड़
लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत चालू कार्य हेतु रू0 90.00 करोड़
पेयजल विभाग के अन्तर्गत के०एफ०डब्लयू परियोजना हेतु रू0 90.00 करोड़
अटल नवीनीकरण एवं शहरी परिवर्तन मिशन (90% के०पो०) हेतु रू0 48.00 करोड़
ऋषिकेश को योग नगरी के रूप में विकसित करने हेतु रू0 50.00 करोड़
हरिद्वार को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने हेतु रू0 50.00 करोड़
पुलिस विभाग के आवासीय भवनों के निर्माण हेतु कुल रू0 60.00 करोड
मानसखंड माला मिशन (अवस्थापना सुविधा) हेतु रू0 15.00 करोड़
विभिन्न विभागों में अवस्थापना कार्य हेतु रू0 200.00 करोड़
रिस्पना बिन्दाल की एलिवेटेड रोड़ हेतु भूमि क्रय एवं यूटिलिटी शिफ्टिंग हेतु रू० 925.00 करोड़
नन्दा देवी राजजात यात्रा हेतु निर्माण कार्य हेतु रू0 40.00 करोड़
पर्यटन स्थलों के आंतरिक मार्गों का सुदृढ़ीकरण हेतु रू0 25.00 करोड़
राष्ट्रीय हिमनद झील विस्फोट बाढ़ (GLOF) एवं जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम (NLRMP) हेतु रू0 23.66 करोड़
हिमालयी भूकंप जोखिम मूल्यांकन एवं न्यूनीकरण योजना हेतु रू0 05.00 करोड़
अस्पताल के निकट तीमारदारों हेतु विश्राम गृहों के निर्माण हेतु रू0 05.00 करोड़
विद्युत टैरिफ सब्सिडी हेतु रू0 125.00 करोड़
प्रधानमंत्री आवास योजना 80% (के0पो०) हेतु लगभग रू0 114.17 करोड़
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन (पी०एम०-अभीम) के अन्तर्गत रू0 25.55 करोड़
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के फेज 1 एवं फेज 2 के लंबित कार्य हेतु रू0 40. 00 करोड़
मातृत्व लाभ योजना (प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना) मिशन शक्ति-सार्मथ्य के अन्तर्गत रू0 15 करोड़
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) 90%(के0पो०) हेतु रू0 95.25 करोड़
मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना हेतु रू0 10.00 करोड़
मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना हेतु रू0 10.00 करोड
मिलेट मिशन हेतु रू0 08.00 करोड़
सूचना विभाग के अन्तर्गत विज्ञापन तथा अधिष्ठान हेतु रू0 120.00 करोड़
NDRF के अंतर्गत अग्निशमन सेवाओं का विस्तार एवं आधुनिकीकरण हेतु रू0 78.89 करोड़
प्रदेश के मार्गों / पुलियों का अनुरक्षण कार्य हेतु रू0 75.00 करोड़
अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के अन्तर्गत रू0 50 करोड़
शारदा रिवर फ्रंट योजना के क्रियान्वयन हेतु रू0 50.00 करोडु
महिला स्पोर्ट्स कॉलेज चंपावत का निर्माण हेतु रू0 50.00 करोड़
पम्पिंग आधारित योजनाओं पर सोलर पैनल अधिष्ठापन हेतु रू0 25.00 करोड़
आपदा न्यूनीकरण निधि हेतु रू0 13.00 करोड़
दैवीय आपदाओं से प्रभावित परिवारों के पुर्नवास हेतु रू0 05.00 करोड़
जल ग्रहण क्षेत्र शोधन योजना कैम्पा कैट प्लान हेतु रू0 20.00 करोड़
विद्यार्थियों को शिक्षण सामग्री / निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण हेतु रू0 20.00 करोड़
टाटा टेक्नोलॉजी माडल हेतु रू0 20.00 करोड़
राष्ट्रीय प्रतियोगताओं के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार हेतु रू0 18.00 करोड़
प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन के अन्तर्गत हेतु रू0 6.00 करोड़
प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को सहायता योजना हेतु रू0 10.00 करोड
पर्वतीय मार्गों में परिवहन निगम द्वारा बस संचालन के फलस्वरूप होने वाली हानि की प्रतिपूर्ति हेतु रू0 10 करोड
परिवहन निगमों की बसों में निर्धारित श्रेणियों के यात्रियों हेतु निशुल्क यात्रा सुविधा हेतु रू0 3.1 करोड
राजस्व उप निरी०/राज०निरी० को शासकीय कार्य हेतु लैपटॉप / इंटरनैट उपलब्ध कराये जाने हेतु रू0 5.00 करोड
दुधारू पशुओं को साईलेज उपलब्ध कराये जाने हेतु रू0 10 करोड
गौ सदन का निमार्ण हेतु रू0 5.00 करोड
परिवार पहचान पत्र उत्तराखण्ड हेतु रू0 5.00 करोड
संशोधित आईपीसी, सीआरपीसी एवं साक्ष्य अधिनियम हेतु प्रशिक्षण हेतु रू0 3.00 करोड
शहरी विकास के अन्तर्गत ई०डब्ल्यू०एस० आवासों हेतु रू0 2.86 करोड़
उत्तराखण्ड शहीद कोष हेतु रू0 2.50 करोड़
कई संशोधन विधेयक सदन में पेश
हंगामे के बीच यूसीसी, पंचायती राज,निजी विवि संशोधन विधेयक, लोकतंत्र सेनानी सम्मान, साक्षी संरक्षण निरसन विधेयक, धर्म स्वतंत्रता एवं विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तनप्रतिशेष संशोधन विधेयक पेश किए गए।
पूर्व विधायक स्वर्गीय मुन्नी देवी को सदन ने याद किया
विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन थराली की पूर्व विधायक स्वर्गीय मुन्नी देवी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित कई विधायकों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा-स्वर्गीय मुन्नी देवी में हमेशा जनसेवा की ललक दिखाई दी।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021 में नारायणबगड़ के डुंगरी गांव में आई आपदा का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि डुंगरी में आपदा में दो लोगों की मौत के बाद वह अपने सहयोगी सतपाल महाराज और धन सिंह रावत के साथ नारायणबगड़ पहुंचे थे। सतपाल महाराज को वहीं जनसमस्याओं की सुनवाई के लिए रूकना पड़ा, जबकि वह और धन सिंह रावत पैदल ही डुंगरी गांव के लिए निकल पडे़ थे। चार-पांच किलोमीटर की दूरी पर डुंगरी गांव था। खराब स्वास्थ्य होने के बावजूद स्वर्गीय मुन्नी देवी गांव में प्रभावितों के बीच मौजूद थीं। मेरे मना करने के बावजूद वह हमें रिसीव करने के लिए आधे रास्ते तक पहुंच गईं।
सीएम ने कहा-पिछले दिनों जिस वक्त उनके देहांत की सूचना मिली, वह आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र में थे। इससे कुछ दिन पहले ही वह अस्पताल में उन्हें देखने गए थे। स्वर्गीय मुन्नी देवी के कमजोरी से भरे चेहरे में भी अद्भुत शांति व तेज दिखा था। वह तब भी अपने क्षेत्र के लिए चिंतनशील थीं। सीएम ने कहा-वह जिला पंचायत अध्यक्ष चमोली और थराली विधायक भी रहीं। उन्होंने जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। वह जनता से सीधे संवाद करती थीं। उनके निधन से राजनीति में जो खालीपन आया है, उसे भरा नहीं जा सकेगा। उन्होंने न सिर्फ राजनीति, बल्कि महिलाओं के उत्थान और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए काम किया।