सफाई ना मिलने पर नगर आयुक्त ने रोका वेतन, लापरवाही बरतने पर होगी निलंबन की कार्रवाई
देहरादून: नगर निगम पिछले कई महीनों से शहर के नदी नालों की सफाई में जुटा हुआ. आज नगर आयुक्त ने शहर के अलग-अलग क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया है. निरीक्षण के दौरान सड़कों के किनारे सफाई नहीं मिलने पर लापरवाही बरतने पर तीन मुख्य सफाई निरीक्षकों को सख्त चेतावनी जारी की गई. साथ ही एक मुख्य सफाई निरीक्षक का वेतन रोका गया. नगर आयुक्त ने साफतौर पर सभी कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.
नगर आयुक्त नमामि बंसल ने शहर के शहीद भगत सिंह कॉलोनी, चंदननगर, रायपुर, राजपुर, रेस कोर्स, रिस्पना क्षेत्र आदि स्थानों का निरीक्षण किया. जिसमें सड़कों के किनारे मलबा और नालियों से निकाले गए कूड़ा पड़ा मिला. जिसके बाद संबंधित मुख्य सफाई निरीक्षकों को निर्देशित किया कि सड़कों की सफाई के बाद कूड़े के ढेरों को जल्द हटाया जाए. नाले के सफाई के बाद सिल्ट को सड़क किनारे नहीं छोड़ा जाए. साथ ही सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीरता से कार्य किए जाने के निर्देश दिए.
सफाई व्यवस्था में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त ने तीन मुख्य सफाई निरीक्षकों को कठोर चेतावनी जारी की है, वहीं एक मुख्य सफाई निरीक्षक का वेतन रोकने का आदेश भी दिया गया है। उन्होंने साफ कहा कि भविष्य में अगर इस तरह की लापरवाही दोबारा सामने आई तो दोषियों के खिलाफ जिम्मेदारी तय करते हुए निलंबन तक की कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त ने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सभी मुख्य सफाई निरीक्षकों और सफाई निरीक्षकों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था सुधारें और इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। साथ ही, वार्डों में तैनात सफाई नायकों को भी नियमित क्षेत्रवार गहन निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना भी मौजूद रहे। नगर निगम की यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि नगर प्रशासन अब सफाई व्यवस्था को लेकर किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरतेगा