आपदा प्रबंधन में डेटा, समन्वय और जन सहभागिता को बताया अहम
राज्यपाल ने आपातकालीन परिचालन केंद्र में आपदा तैयारियों की समीक्षा की
देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को आईटी पार्क, देहरादून स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का निरीक्षण कर मानसून की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने वर्षा की स्थिति, नदियों के जलस्तर, मार्गों की स्थिति और मौसम पूर्वानुमान की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर जिलों की तैयारियों का भी जायजा लिया और उनके प्रयासों तथा विभागीय समन्वय की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि आपदा प्रबंधन में डेटा आधारित निर्णय, विभागों के बीच समन्वय और सामुदायिक सहभागिता बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन को तात्कालिक जरूरत तक सीमित न रखते हुए दीर्घकालिक रणनीति के रूप में विकसित करना चाहिए और राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार ठोस प्रयास किए जाएं।
राज्यपाल ने विभाग की पेशेवर कार्यशैली और आपदा प्रतिक्रिया समय में सुधार की सराहना करते हुए कहा कि हर चुनौती एक अवसर होती है, जिससे तैयारियों को और बेहतर किया जा सकता है। उन्होंने पिछले अनुभवों का दस्तावेजीकरण करने और अफवाहों पर नियंत्रण के लिए केंद्रीकृत सूचना प्रणाली विकसित करने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद ओबैदुल्लाह अंसारी, शांतनु सरकार, एस के बिरला, बिमलेश जोशी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।